(गाजियाबाद से अनुज त्यागी की रिपोर्ट) पत्रकार विक्रम जोशी हत्याकांड में बड़ी फजीहत झेल चुकी गाजियाबाद पुलिस की अब बिल्डर विक्रम त्यागी अपहरण केस में किरकिरी हो रही है. सपा, बसपा, कांग्रेस और आप समेत सभी विपक्षी दल जहां खराब कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर हमला बोल रहे हैं, वहीं खुद ताबड़तोड़ वारदातों से नाराज भाजपा के विधायक भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अगुवा बिल्डर की सकुशल बरामदगी की मांग उठा रहे हैं.
गाजियाबाद पुलिस की नाकामी के बाद सरकार ने किडनैप बिल्डर की रिहाई के लिए स्पेशल टास्क फोर्स को लगाया है मगर कई दिन बाद भी एसटीएफ के हाथ भी खाली नजर आ रहे हैं.
बिल्डर विक्रम त्यागी का 26 जून को गाजियबाद से अपहरण कर लिया गया था. विक्रम राजनगर एक्सटेंशन की केडीपी ग्रैंड सवाना सोसायटी में रहते हैं. घटना के वक्त वह पटेल नगर स्थित अपने ऑफिस से घर रवाना हुए थे. 7:30 बजे परिजन से बातचीत में उन्होंने कहा था कि कुछ ही देर में घर पहुंचने वाले हैं.
इसके बाद से विक्रम त्यागी लापता हो गए. परेशान होकर परिवार ने थाना सिहानी गेट पुलिस से शिकायत की. आरोप है कि पुलिस तुरंत बिल्डर की तलाश करने की जगह परिवारवालों को टालती रही. मामले की रिपोर्ट लिखने में भी थाना पुलिस ने दो दिन लगा दिए. अगले दिन बिल्डर विक्रम त्यागी की इनोवा कार मुजफ्फरनगर के तितावी क्षेत्र में लावारिस खड़ी मिली थी. कार में खून बिखरा पड़ा था.
कार में मिला था बिल्डर का खून
मुजफ्फरनगर में बरामद हुई कार में मिला खून लापता बिल्डर विक्रम त्यागी का ही था. डीएनए जांच में इसकी पुष्टि भी हो गई है. बिल्डर कहां है और किस हाल में है, अब तक कुछ पता नहीं लगा है. बिल्डर अपहरण कांड में कार्रवाई देरी से किए जाने के मामले में एसएसपी कलानिधि नैथानी थाना प्रभारी सिहानी गेट को लाइन हाजिर भी कर चुके हैं.
पुलिस कप्तान ने मामला दो जिलों से जुड़ा होने के कारण कुछ दिन बाद एसटीएफ की मदद मांगी थी. प्रमुख नेताओं ने बिल्डर की बरामदगी का शोर दिल्ली-लखनऊ में उठाया था. तब कहीं जाकर बीते बुधवार को शासन ने बिल्डर अपहरण के मामले में एसटीएफ को लगाया है.
अपर मुख्य सचिव गृह ने एसटीएफ से तीन दिन में कार्रवाई की प्रोग्रेस रिपोर्ट मांगी थी. वह समय भी खत्म हो गया है मगर एसटीएफ के हाथ अभी तक खाली ही नजर आ रहे हैं. बिल्डर के परिवारीजन और रिश्तेदार-दोस्त उनकी सुरक्षा को लेकर परेशान हैं. पुलिस अधिकारी उनके सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
बीमार भाजपा विधायक ने लिखा सीएम योगी को पत्र
कोरोना संक्रमित मेरठ के किठौर से भाजपा विधायक सतवीर त्यागी ने अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी बिल्डर अपहरण कांड में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है. दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती विधायक ने मुख्यमंत्री से मामले में संज्ञान लेने की अपील की है.
साथ ही उन्होंने लिखा कि घटना में गाजियाबाद पुलिस की लापरवाही किसी से छिपी नहीं है. लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी विधायक ने सीएम से की है. मामला तूल पकड़ने के बाद एसएसपी कलानिधि नैथानी ने एक दिन पहले सिहानी गेट थाना प्रभारी को लाइन हाजिर जरूर कर दिया मगर बिल्डर विक्रम त्यागी का सुराग नहीं लग पाने से पुलिस के खिलाफ गाजियाबाद में रोष बढ़ रहा है.
विपक्षी दलों ने खोला पुलिस के खिलाफ मोर्चा
कुछ दिन पहले पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या को लेकर गाजियाबाद पुलिस की बड़ी किरकिरी हुई थी. छेड़खानी के मामले में शिकायत के बाद भी विजय नगर पुलिस ने पत्रकार की रिपोर्ट नहीं लिखी थी. शिकायत से बौखलाए अपराधियों ने पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
कार्रवाई में देरी की वैसी ही कहानी बिल्डर विक्रम त्यागी के अपहरण की घटना में भी सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी, बसपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष संजय यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था की हालत बद से बदतर नजर आ रही है. आम जनता के साथ पत्रकार, व्यापारी, बिल्डर भी अपराधियों के निशाने पर हैं. ताबड़तोड़ वारदातों से गाजियाबाद जिला थर्रा रहा है मगर सरकार लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.
जिला पंचायत सदस्य जोगेन्द्र यादव ने कहा है कि अपराधी पुलिस संरक्षण में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. पत्रकार हत्याकांड में यह बात साफ भी हो गई है. गाजियाबाद में कई थानेदार निरंकुश होकर काम कर रहे हैं मगर एसएसपी आंखें मूंदे बैठे हैं. बिल्डर विक्रम त्यागी की जल्द बरामदगी नहीं हुई तो जनता आंदोलन को मजबूर होगी.
बसपा जिलाध्यक्ष कुलदीप कुमार, बिल्डर शैलेन्द्र शर्मा ने पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए अगुवा विक्रम त्यागी की जल्द सकुशल बरामदगी की मांग उठाई है. आम आदमी पार्टी ने घटना के विरोध में मार्च निकाला है, जिसमें बिल्डर के परिवारीजन और रिश्तेदार भी शामिल हुए.