गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या का मामला अब बेहद तूल पकड़ चुका है. इस मामले की गूंज अब पूरे यूपी में सुनी जा रही है. इस मामले को लेकर पत्रकार बिरादरी की नाराजगी भी साफ तौर पर देखी जा सकती है हालांकि अब इस मामले में पुलिस और प्रशासन सही मायनों में कार्रवाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं. पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और एक अवैध हथियार भी बरामद किया जा चुका है.
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि परिवार ने छेड़खानी की शिकायत की थी लेकिन उस पर कार्रवाई वक्त रहते चौकी की तरफ से नहीं की गई. इस कारण चौकी प्रभारी को भी निलंबित कर दिया गया है.
9 people have been arrested including two main accussed,Ravi and Chotu. An illegal weapon was also seized from their possession: Kalanidhi Naithani, Senior Superintendent of Police, Ghaziabad on journalist Vikram Joshi murder case pic.twitter.com/rA29TNgzpf
— ANI UP (@ANINewsUP) July 22, 2020
इस मामले में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार के लिए 10 लाख रुपये और जोशी की पत्नी के लिए सरकारी नौकरी की घोषणा की है. प्रशासन पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है.
पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या, सिस्टम पर सवाल खड़ा करती है। पत्रकारों पर हमले, उनका उत्पीड़न और अब हत्या ये साबित करता है की अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ा हुआ है। जोशी की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि वो अपनी बेटी के साथ हो रही छेड़खानी का विरोध कर रहे थे। ये घटना अस्वीकार है।
— Brajesh Misra (@brajeshlive) July 22, 2020
इस मामले में पत्रकारों का भी गुस्सा साफ दिखाई दे रहा है. पत्रकारों ने इस मामले को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया और अपनी नाराजगी जाहिर की. आपको बता दें कि पीड़ित परिवार ने कहा है कि जब तक सभी अपराधी गिरफ्तार नहीं हो जाते वे लोग शव को नहीं लेंगे.
Journalist Vikram Joshi's murder case: "CM has announced an ex gratia of Rs. 10 lakhs for the family of the deceased and a job for his wife," says Ajay Shankar Pandey, District Magistrate, Ghaziabad. pic.twitter.com/jkXskWgIYx
— ANI UP (@ANINewsUP) July 22, 2020
आपको बता दें कि गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी को उस वक्त गोली मार दी गई थी जब वो अपनी बेटियों के साथ जा रहे थे. उनको बदमाशों ने घेर लिया था, मारपीट की थी और फिर गोली मार दी थी. गोली विक्रम के सिर में लगी थी. घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनको बचाया नहीं जा सका.
बताया जा रहा है कि विक्रम की भान्जी के साथ कुछ बदमाश छेड़खानी करते थे. विक्रम ने इसको लेकर विरोध जाहिर किया और पुलिस में शिकायत भी की. इसी शिकायत के बाद से आरोपी उनके साथ रंजिश मानने लगे थे. मौका देख कर अपराधियों ने विक्रम को घेर लिया और गोली मार दी.
गाजियाबाद NCR में है। यहां कानून व्यवस्था का ये आलम है तो आप पूरे यूपी में कानून व्यवस्था के हाल का अंदाजा लगा लीजिए।
एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उन्होंने भांजी के साथ छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस में दी थी।
इस जंगलराज में कोई भी आमजन खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 21, 2020
इस केस को लेकर गाजियाबाद से लखनऊ तक सनसनी फैल गई. पुलिस के आला अधिकारी भी हरकत में आ गए. पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारियों ने गाजियाबाद के अधिकारियों से पूरी डिटेल ली और सीएम को भी मामले की जानकारी दी.
इस मामले को लेकर विपक्ष ने भी यूपी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर सरकार को घेरा तो वहीं बसपा की अध्यक्ष मायावती ने भी इस घटना को लेकर नाराजगी जाहिर की.
1. अभी हाल ही में, यू.पी के जंगलराज में, गाजियाबाद में अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने के विरोध में, पत्रकार श्री विक्रम जोशी को गोली मारकर बुरी तरह से घायल किया गया, जिनकी आज मृत्यु हो जाने पर दुःखी परिवार के प्रति बी.एस.पी की गहरी संवेदनायें। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 22, 2020
हालात की गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी थी. 9 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए और बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगा दी गईं. वहीं पीड़ित परिवार को 10 लाख की सहायता राशि और नौकरी की भी व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई.
लेकिन बड़ा सवाल तो यही है कि आखिर बदमाश इतना बेखौफ कैसे हैं, क्यों किसी की हत्या से पहले कुछ सोच नहीं रहे हैं. अपराधियों को इतनी हिम्मत मिल कहां से रही है. पुलिस को अपराधियों का चक्रव्यूह तोड़ना होगा और प्रदेश को अपराध के चंगुल से बाहर निकालना होगा तभी जनता खुली हवा में सांस ले पाएगी.